पीयूसीएल के संस्थापक एवं संपूर्ण क्रांति के नायक जयप्रकाश नारायण (जेपी) जयंती पर कार्यक्रम

 



बेतिया, 12 अक्टूबर। देश की अग्रणी मानवाधिकार संस्था पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) के संस्थापक एवं संपूर्ण क्रांति के प्रणेता जयप्रकाश नारायण (जेपी) जयंती कार्यक्रम का आयोजन पीयूसीएल जिला इकाई द्वारा महारानी जानकी कुॅंवर महाविद्यालय, बेतिया में किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ जेपी के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि से हुआ। अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) रवीन्द्र कुमार चौधरी ने कहा कि जेपी एवं उनके विचारों को चित्र में नहीं अपने चित्त में उतारने की जरूरत है। जेपी का जीवन खुली किताब है। देश व देशवासियों के विकास, इसके विकास में सबका सहयोग लेने की सोच उन्हें औरों से विशिष्ट बनाती है। राज्य सचिव डॉ. जगमोहन कुमार ने कहा कि जेपी अमर हैं। उनका सपना था कि देश में लोक स्वतंत्रता व लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा, प्रेस की स्वतंत्रता, कानून की सर्वोच्चता स्थापित हो। मानव को मानव के अधिकार से वंचित नहीं होना पड़े। इसलिए पीयूसीएल की स्थापना हुई। संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन जिला सचिव डॉ. रमेश कुमार ने किया एवं पीयूसीएल की गतिविधियों के बारे में बताया। आजीवन सदस्य जगदेव प्रसाद व अरुण कुमार वर्णवाल ने 1974 के छात्र आंदोलन के संस्मरण साझा किए। उपस्थित संरक्षक सदस्य विश्वनाथ झुनझुनवाला, आजीवन सदस्य लालबाबू प्रसाद, डॉ. श्याम चन्द्र गुप्त, आलोक कुमार कश्यप, सदस्य इमरान कुरैशी व आमंत्रित सदस्य डॉ. राजेश कुमार चंदेल ने जेपी की जीवनी एवं विचारों पर प्रकाश डाला। मौके पर उपस्थित विजय महतो, अमजद मियां, फिरोज हवारी का सराहनीय सहयोग रहा।

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