Bihar : गन्ना का दाम 5 सौ रुपए क्विंटल हो तथा अनाज से बनने वाले इथनॉल प्लांट पर रोक लगाने की मांग।


            



बेतिया, 10 नवंबर। बिहार राज्य ईंख उत्पादक संघ के महासचिव प्रभुराज नारायण राव ने केंद्र तथा राज्य सरकार से मांग किया है कि गन्ना का मूल्य 500 रुपए प्रति क्विंटल किया जाए । साथ ही सरकार द्वारा चीनी मिलों को पर्ची पर मूल्य छापने का आदेश दिया जाए।

      उन्होंने कहा कि वर्ष 2022-23 में बिहार में गन्ने की कीमत में कोई बढ़ोतरी की घोषणा तो की गई । लेकिन चीनी मिलों ने पर्ची पर कोई रेट नहीं छापा और किसानों को आश्वासन देता रहा कि सरकार के द्वारा आदेश आने पर बढ़े हुए पैसे किसानों के खाते में चले जाएंगे ।जबकि ऐसा नहीं हुआ।

        वर्ष 2023 24 का सत्र प्रारंभ हो चुका है और गन्ने के दाम में किसी तरह की कोई बढ़ोतरी नजर नहीं आ रही है। जो किसानों के साथ धोखा है। इसलिए 2023 24 में गन्ने का मूल्य 500 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया जाए । ताकि किसानों को घाटे से उबारा जा सके। 

         उन्होंने कहा कि सभी चीनी मिलों को चालू करके इथेनॉल के उत्पादन में वृद्धि किया जाए। साथ ही बिहार के बेरोजगार नौजवानों को बड़े पैमाने पर रोजगार तथा किसानों को नगदी फसल का लाभ भी मिलेगा ।बिहार में 29 चीनी मिलों में से 9  चीनी मिलें चल रही है । बाकी 20 चीनी मिलें बंद है। जिनको चालू करने से बिहार विकास के दौर में तेजी से आगे बढ़ता हुआ नजर आएगा । 

         लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि बिहार जैसे कृषि प्रधान राज्य में कृषि आधारित उद्योग चीनी मिलों को चालू नहीं किया जा रहा है ।इसके बदले इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाने के लिए अलग से इथनॉल प्लांट लगाने की प्रयास में बिहार सरकार काम कर रही है। जो इथनॉल प्लांट खाने वाले अनाज यानी चावल, गेहूं ,मक्का आदि से इथेनॉल बनाएगा और बिहार में भुखमरी पैदा करेगा । 

          इसलिए उन्होंने बिहार सरकार से मांग किया है कि अनाज से बनने वाले सभी इथनॉल प्लांट पर रोक लगाया जाए साथ ही इथनॉल का उत्पादन बढ़ाने के लिए बंद चीनी मिलों को चालू करने के साथ-साथ 20% इथनॉल का उत्पादन बढ़ाने का काम चीनी मिलों को दिया जाए । 

          उन्होंने यह भी मांग किया कि चीनी मिलों द्वारा बड़े पैमाने पर किसानों के गन्ना की घटतौली की जा रही है। जो किसानों का लूट है ।इसलिए तमाम चीनी मिलों के तौल केंद्रों से पर जांच किया जाए और घटतौली कर रहे चीनी मिलों के पदाधिकारियों पर मुकदमा कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए । साथ ही पकड़े गए गन्ना के वजन को सभी गिरे हुए गन्ना के वजन में जोड़ दिया जाए ।

           उन्होंने बिहार सरकार से भी मांग किया कि गन्ना से चीनी निकालने के बाद उसके बायो प्रोडक्ट के रूप में उत्पादन होने वाले बिजली ,इथनॉल ,खाद , स्पिरिट आदि  के मुनाफे का 50% हिस्सा किसानों को दिया जाए।

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