( वर्ल्ड न्यूज फीचर न्यूज नेटवर्क )
तमिलनाडु, 31 जनवरी। देश के तमिलनाडु राज्य में अनुसूचित जाति के लगभग तीन सौ वक्तिओ को वहा के मंदिर में पूजा करने का सुनहरा मौका दिया गया । सुनहरा मौका मिलने वालो के लिए एक ऐतिहासिक कदम है।
जनकरी के अनुसार राज्य के तिरुवन्नामलाई जिला के इस मंदिर में इनलोगो को जाने से लगभग 80 वर्ष से लगातार रोका गया था।
मिली जनकरी के मुताबिक इस मामले को स्थानीय लोगो के एक प्रोग्राम मे यह मामला सामने आया है युक्त स्थान पर लोकल कई समुदाय, मजिस्ट्रेट व वहाँ के जिला प्रशासन की एक बैठक में यह फैसला लिया है।
जबकि उस ग्राम में दर्जन भर विरोध कर रहे समूह इस फैसला से खिलाफ हैं। इस मामला को देखते हुए इस मंदिर के बाहर पुलिस बल तैनात हैं, ताकि स्थिति तनावपूर्ण न हो सके। जबकि अधिकतार लोग समझाने बुझाने मे भी लगे है।
आप को बता दे कि तमिलनाडु राज्य के थेनमुडियानूर ग्राम में अनुमान के मुताबिक लगभग पंच सौ से उपर अनुसूचित जाति परिवार के लोग हैं।अनुसूचित जाति समुदाय के लोगो को पूर्व से ही दो सौ साल पुराने मंदिर में जाने से रोका जा रहा था। इन्हें मंदिर में जाने से रोकने वाले लोगो व स्थानिय समुदाय का कहना है कि जो परंपरा पूर्व व काफी पहले से लगातार चली आ रही है, उसे बदलने की जरूरत नहीं है। अभी विरोध में लगे लोग इस मंदिर को लगातार सील करने की मांग मे हैं।
इधर कुछ अनुसूचित जाति के परिवार इस मंदिर में पूजा करने हेतु सामने आए हैं दूसरी तरफ वहा की स्थानिय प्रशासन व पुलिस का कहना है की इस मामला मे नई शुरुआत हो चुकी है इस मे सहयोग होना चाहिये। यह मिशाल बनेगा और सभी मिल जुल कर आगे की जिंदगी गुजारी जा सकती है।
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