भास्कर दिवाकर - (वर्ल्ड न्यूज़ फीचर नेटवर्क )
पश्चिमी चंपारण, 31 दिसंबर। बिहार का कश्मीर कहे जाने वाले प्राकृतिक रुप से अद्वितीय सुंदरता समेटे वाल्मीकि व्याघ्र आरक्ष, वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान में वन एवं वन्यजीवों के दीदार के लिए देश विदेश से हमेशा आगंतुक आते रहते हैं। नव वर्ष के अवसर पर भी यहाँ हजारों पर्यटकों के आने की प्रबल संभावना है। यहाँ की सुंदरता अद्वितीय है। किन्तु पर्यटकों द्वारा पिकनिक मनाने, वन विहार आदि के क्रम में सिंगल यूज प्लास्टिक, पॉलिथीन, पानी बोतल, बिस्किट, चिप्स आदि खाने के पैकेट के रैपर एवं प्लास्टिक की थाली आदि इधर-उधर फेंकने से इसकी सुंदरता प्रभावित हो सकती है साथ हीं इससे वन एवं वन्यजीवों को नुकसान होगा। बगहा नगरपरिषद के स्वच्छता के ब्रांड एंबेसडर शिक्षक सुनिल कुमार राउत ने इस बिंदु पर आशंका जताते हुए कहा कि लोगों को वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान की सुंदरता को बनाए रखने के लिए अनुकूल व्यवहार करना होगा ताकि वन एवं वन्यजीवों को खतरा ना हो। वन भ्रमण अथवा पिकनिक मनाने के क्रम में कचरा को इधर-उधर ना फैला कर कूड़ेदान का उपयोग करना चाहिए। वहीं स्थानीय लोगों को भी इसके प्रति जागरुक होना होगा तथा वन क्षेत्र के स्वच्छता, सफाई सहित वन्यजीवों पर ध्यान देना चाहिए। स्वच्छता को लेकर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जागरुकता हेतु विभिन्न स्तर पर सरकार द्वारा प्रयास किया जा रहा है। शिक्षक सह ब्रांड एंबेसडर सुनिल राउत पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता हेतु संकल्पित एवं समर्पित हैं तथा सदैव इस दिशा में सक्रिय रहते हैं।
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