भारत की स्वाधीनता की 75 वीं वर्षगांठ" आजादी का अमृत महोत्सव "वर्ष एवं पंडित नेहरू के जन्म दिवस पर यही होगी सरकार द्वारा सच्ची श्रद्धांजलि।
पटना, 14 नवंबर। सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरू की 133 वी जन्म दिवस पर एक सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न धर्मों के लोगों बुद्धिजीवियों, विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया ।इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली, अमित कुमार लोहिया एवं अल बयान के संपादक डॉ सलाम ने संयुक्त रूप से कहा कि आज ही के दिन 14 नवंबर 1889 को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म हुआ था ।सत्याग्रह की जन्मस्थली बेतिया पश्चिम चंपारण से पंडित जवाहरलाल नेहरू का गहरा लगाव रहा। चंपारण सत्याग्रह के बाद 15 जनवरी 1934 को बिहार में आए भीषण भूकंप में राहत कार्यों में बढ़ चढ़कर भाग लिया था। देश की स्वाधीनता के बाद प्रोफ़ेसर शिबन लाल द्वारा उत्तर प्रदेश ,बिहार एवं नेपाल के क्षेत्रों को बाढ़ एवं कटाव से बचाने के लिए प्रोफेसर शिबन लाल के 28 दिवसीय आमरण अनशन के बाद भारत सरकार एवं नेपाल सरकार ने बाल्मीकि बराज बनाने का निर्णय लिया था।भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू गंडक बराज के शिलान्यास के लिए अपनी पुत्री इंदिरा गांधी के साथ वाल्मीकिनगर गंडक बराज के शिलान्यास के लिए बेतिया पश्चिम चंपारण पहुंचे थे ।बेतिया पश्चिम चंपारण के प्राकृतिक संसाधनों एवं बेतिया राज के स्थिति को देखते हुए बेतिया को भारत का पांचवा मेट्रो सिटी बनाने की घोषणा की थी। स्मरण रहे कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मई 2014 को बेतिया के ऐतिहासिक बड़ा रमना के मैदान में" बेतिया को पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा भारत का पांचवा मेट्रो सिटी बनाने की बात का जिक्र किया था एवं बेतिया के विकास की बात किया था ।इस अवसर पर वक्ताओं ने भारत सरकार से मांग करते हुए कहा कि आज माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार है। भारत सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है की बेतिया को देश का पांचवा मेट्रो सिटी बनाए ताकि पंडित जवाहरलाल नेहरू के सपनों को साकार करे । भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ आजादी के अमृत उत्सव एवं पंडित नेहरू के जन्म पर बेतिया को भारत का पांचवां मेट्रो सिटी बना कर पंडित नेहरू के सपने को साकार करे। सरकार द्वारा यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद ने कहा कि
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू गंडक बराज के शिलान्यास के लिए अपनी पुत्री इंदिरा गांधी के साथ वाल्मीकिनगर गंडक बराज के शिलान्यास के लिए बेतिया से बाल्मीकि नगर पहुंचे थे। वे अपने साथ एक पौधा भी लेकर पहुंचे थे।
पंडित जवाहर लाल नेहरू ने उत्तर प्रदेश के पूर्वोत्तर क्षेत्र और बिहार के पश्चिमोत्तर क्षेत्रों की सिचाई के लिए नहर प्रणाली विकसित करने के उद्देश्य से दूरदर्शी परियोजना तैयार कराई जिसका लाभ आज दिखता है। उन्होंने नेपाल के तात्कालिक शासक राजा महेन्द्र विक्रम शाह से 4 मई 1959 में समझौता किया था। नेहरू जी अपने साथ दिल्ली से सीता अशोक का एक पेड़ लेकर आए थे। जिसे वाल्मीकिनगर हाई स्कूल के प्रांगण में लगाया गया। यह पेड़ आज भी पंडित नेहरू की याद दिलाता है। भले ही चाचा नेहरू आज हमारे बीच नहीं, लेकिन बतौर प्रधानमंत्री पश्चिम चंपारण के लिए उनके फैसले आज भी प्रासंगिक हैं। माननीय प्रधानमंत्री,माननीय मुख्यमंत्री जी ,माननीय प्रदेश अध्यक्ष सांसद संजय जयसवाल , सांसद सतीश चंद्र दुबे की जिम्मेवारी है कि बेतिया पश्चिम चंपारण को भारत का पांचवा मेट्रो सिटी बनाकर क्षेत्र का विकास सुनिश्चित करें।
0 टिप्पणियाँ