पटना, 25 अक्टूबर। केन्द्र सरकार द्वारा लागू की गई नई शिक्षा नीति में नैतिकता व अनुशासन के पाठ को भी जोड़ा जाए। हालिया दिनों में देश के विश्वविद्यालयों में देखी जा रही स्थिति को देखते हुए ऐसा होना आवश्यक है। उक्त बातें ज्योति विद्यापीठ महिला विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ एजुकेशन एंड मेथाडोलॉजी के डीन एवं विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर डॉ शोभा लाल ने पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि देर सबेर अन्य विश्वविद्यालयों को भी महिला विश्वविद्यालय की तरह छात्राओं की सुरक्षा का ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि नारी शिक्षा एवं नारी सशक्तिकरण के लिए विश्वविद्यालय द्वारा कई तरह का प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय द्वारा ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं के लिए तकनीकी व्यवसायिक मेडिकल पाठ्यक्रमों के लिए अलग-अलग के स्कॉलरशिप एवं फेलोशिप देने की भी व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि ज्योति विद्यापीठ महिला विश्वविद्यालय ने आयुर्वेद व होम्योपैथ में नीट के स्कोर के आधार पर में ग्रामीण छात्राओं के लिए रियायत का भी प्रावधान किया है। इतना ही नहीं इस विश्वविद्यालय में छात्राओं के लिए मॉडर्न मेडिसिन एवं डेंटल को छोड़कर सभी पाठ्यक्रम संचालित होते हैं।
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