( शंभू पाण्डेय की रिपोर्ट)
चम्पारण,02 अगस्त। दिल में कुछ करने की दृढ़ इच्छाशक्ति और लगन हो तो बाधाएं भी किनारे हो जाती हैं ।सपना साकार करने के लिए क्षमताओं को अच्छी से आकलन कर विपरीत परिस्थिति में धैर्य बनाए रखने से हीं मंजिल प्राप्त होता है ।इसका मिसाल पेश किया है। मझौलिया पंचायत के सतभीड़वा गांव वार्ड नं 13 निवासी कपड़ा व्यवसायी का पुत्र अमित कुमार रंजन ने। उसने अपनी मेहनत के बदौलत उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के परीक्षा में 32 वा रैंक लाकर एसडीएम के पद पर चयनित हुआ है। अमित कुमार रंजन ने बताया कि इसके पूर्व मध्यप्रदेश और राजस्थान में एसडीएम के पद पर चयनित हो चुके हैं। सिविल सेवा की तैयारी करने के पूर्व आठ बार सरकारी लिखित परीक्षा कर लिया था आईआईटी के चयन नहीं होने के बाद मन में निराशा जरूर थी लेकिन एक लक्ष्य तय था कि सिविल सेवक बनकर हीं देश की सेवा करूंगा। आईआईटी चयन नहीं होना और तीन राज्यों का पीसीएस पास करके एसडीएम पद के लिए चयनित होना इस लगनशील विधार्थी और उनके परिवारों वालों के लिए एक बहुत बड़ी सबक है बताया जाता है कि पिता ब्यास पटेल कपड़े का व्यवसाय एवम् माता इंदू देवी गृहणी है चयनित एसडीएम अमित रंजन इस सफलता का श्रेय गुरु माता पिता सागे संबंधी तथा कोचीन के सभी शिक्षक को दिया है। उन्होंने लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास कर पूरे गांव सहित प्रखंड का नाम रौशन किया है।उसके पिता ब्यास पटेल मझौलिया बाजार में कपड़ा व्यवसायी है।उसने प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय मोतीलाल हाई स्कूल से प्राप्त कर राजस्थान के कोटा में रहकर तैयारी की । उसके एसडीएम चयनित होने पर ग्रामीणों एवं बहन कुमारी प्रियंका बहन पायल कुमारी दोनो छोटे भाई समेत स्वजनों में खुशी का माहौल है।
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