बेतिया, 13 अप्रैल। आइसा - इनौस ने बेतिया शहीद पार्क में जलियांवाला बाग के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए इनौस जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने कहा कि इस जलियांवाला बाग में बर्बर हत्याकांड और उसके क्रूर हत्यारे के बारे में सोचिए तो लगता है कि वह किस कदर वहशी रहा होगा. लेकिन आज दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र कहें जाने वाले देश भारत में भी विरोध, प्रतिरोध और मत भिन्नता वाले स्वरों से निपटने के लिए दिल्ली के हुक्मरानों का रोल मॉडल डायर ही है. फर्क इतना ही आया है कि डायर की नृशंसता पर ब्रिटिश साम्राज्य ने थोड़ा शर्मिंदा महसूस किया था या शर्मिंदा होने का अभिनय किया था. लेकिन आज भारत की जनता पर बर्बरता पर शर्मिंदा होना या शर्मिंदगी का वह अभिनय भी हमारे देश के हुक्मरान त्याग चुके हैं, उन्होंने कहा कि अमर शहीदों का पैगाम, जारी रखना यह संग्राम !
आइसा नेता महफुज ने कहा कि जालियाँवाला में आयोजित सभा हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई एकता का प्रतीक साबित होने वाला था, इस बड़ी एकता से घबराकर अंग्रेजों ने जालियाँवाला कांड को अंजाम दिया था, ठीक आज भी जो भी भाईचारा क़ायम है, उसे तोड़ने और समाज में हिन्दू मुस्लिम के बीच नफरत का बीज भाजपा बोने काम कर रहीं हैं जिसके खिलाफ एकजुटता कायम करने का संकल्प और आह्वान किया
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