पटना, 06 फरवरी। बिहार राज्य निक उत्पादक संघ के महासचिव प्रभु राज नारायण राव ने बिहार के गन्ना मंत्री द्वारा बन्द चीनी मिलों की भूमि पर अन्य उद्योग लगाने जैसे बयान की कड़ी भर्त्सना की है । उन्होंने कहा कि बिहार सरकार बंद चीनी मिलों को अभिलंब चालू कर गन्ना की खेती का विकास तथा बेरोजगारों के लिए रोजगार की व्यवस्था करे । उन्होंने कहा कि बिहार के 29 चीनी मिलों में से मात्र 10 चीनी मिलें अभी चल रही है । जबकि 16 चीनी मिलें बिहार राज्य शुगर कारपोरेशन के अधीन बंद पड़ा हुआ है । उनको चालू करने से बड़े पैमाने पर गन्ने जैसे नकदी फसल लगा कर किसान समृद्ध होते । तो दूसरी तरफ बेरोजगार नौजवानों को रोजगार भी मिलता ।
दुर्भाग्य है कि बिहार का गन्ना मंत्री बन्द चीनी मिलों को चालू करने के बदले उक्त भूमि पर दूसरा उद्योग लगाने की बात करे । ऐसे किसान विरोधी नीतियों का बिहार राज्य ईख उत्पादक संघ सख्त विरोध करेगा ।
श्री राव ने कहा कि इसी तरह की किसान विरोधी तथा जन विरोधी बात पिछले दिनों बिहार के उद्योग मंत्री सहनवाज हुसैन ने कही की बिहार के बन्द चीनी मिलों में इथनौल का प्लांट लगाया जाएगा ।
यह जानते हुए कि चीनी मिलों में इथनौल बनाया जा रहा है । जो गन्ना के वायो प्रोडक्ट के रुप में बनता है । इथनौल बिहार के सभी चीनी मिलों में बन रहा है । तो फिर चीनी मिलों की भूमि पर अलग से इथनॉल प्लांट लगाने का मतलब बिहार में खाने के लिए पैदा किए जा रहे अनाज से इथनौल बनाना । यह बिहार के लिए आत्मघाती है । इसे बन्द करना ही होगा ।
श्री राव ने बिहार के गन्ना मंत्री से सभी बन्द चीनी मिलों को चालू कर किसानों की बदहाली को दूर करने तथा रोजगार पैदा करने को कहा है ।
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