बेतिया। बेतिया नगर निगम की निवर्त्तमान सभापति गरिमा देवी सिकारिया ने शहर के आये दिन तालाब बन जाने पर छोभ जताया है। उन्होंने बताया कि हर साल बरसात से पहले नालों की मैन्युअल उड़ाही करा देने पर के वर्षा का पानी अधिकतम एक-दो घंटों निकल जाया करता था। जिसके फलस्वरूप कभी भी शहर की सड़कों पर नाव चलने की नौबत नहीं आयी। लेकिन अबकी बार शहर के नाले-नालियों की मैन्युअल सफाई नहीं हो पाने से बरसात के इस मौसम में शहर के लोगों की परेशानी बीते दो तीन साल की तुलना में कई गुना बढ़ गयी है। पूर्व सभापति सिकारिया ने कहा कि आप सभी पत्रकार छायाकार बंधुओं के माध्यम से मैं नगर आयुक्त से अनुरोध करना चाहूंगी कि जल निकासी के अवरोधकों को नगर निगम के संसाधनों का अधिकत्तम उपयोग कर के आप स्वयं जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें। ताकि शहर की जनता को परेशानी कम से कम सम्भव हो सके।उन्होंने खेद जताते हुये यह भी खुलासा किया कि ईंधन मद में खर्च दोगुना तक पहुंचने के बावजूद शहर की साफ सफाई में गुणवत्ता का घोर अभाव नजर आ रहा है। संविदा के बाद आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्यरत्त श्रमिको के मद में भी खर्च बढ़ने का प्रभाव शहर की साफ सफाई पर नहीं दिख रहा हैं.
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