मजूमदार के शहादत दिवस पर भाकपा माले ने जिले में कियां संकल्प सभा।

  




    हाजीपुर, 28 जुलाई।  हाजीपुर शहर के रामभदर पार्टी कार्यालय में कामरेड चारू मजूमदार की शहादत दिवस पर 2 मिनट की मौत श्रद्धांजलि वह पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद एक संकल्प सभा की गई, सभा में भाकपा माले के वरिष्ठ नेता व खेग्रामस के राष्ट्रीय पार्षद दीनबंधु प्रसाद, जिला सचिव रामबाबू भगत, छात्र नेता शिवांशु कुमार, मणि राज, अरुण कुमार ,दिलीप कुमार, अभिषेक कुमार, देवांशु सहाय ने आवाहन किया की मोदी-साह के फासीवादी राज के खिलाफ निर्णायक जनआंदोलन के लिए तैयार हो! आगे कहां की 28 जुलाई 2021 को कॉमरेड मजूमदार के हिरासत में हत्या के 49 साल और भाकपा माले पुनर्गठन के 47 साल हो गए आज उस 70 के तूफानी दशक के करीब 50 साल पूरा होने वाले हैं जिसका अंत 1975 में आपातकाल लगाने से हुआ था आज पुनः  आपातकाल के दौर वाले दमनकारी चेहरे के साथ फिर से मोदी सरकार हाजिर है, यह उत्पीड़न क्रूरता के मामले में अंग्रेजों के शासन को भी मात दे रहा है,जिसके कारण अदालतों के द्वारा बार-बार आगाह करना पड़ रहा है कि मोदी सरकार का अंधाधुन दमन संवैधानिक लोकतंत्र के ढांचे के खिलाफ है तथा असहमति और विरोध के अधिकार के महत्त्व को रेखांकित किया, सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि आजादी के 7 दशक बाद भी गुलामी के समय के राजद्रोह कानून की जरूरत क्यों है?

           राजनीतिक कैदियों की रिहाई,अंग्रेजों के समय के राजद्रोह कानून और आजादी के बाद के काले कानून जैसे खूंखार कानून को रद्द करने की मांग फिर लोकप्रिय विमर्श का हिस्सा बन रही है। नागरिकता कानून में भेदभाव पूर्ण संशोधन को वापस लेने, विनाशकारी कृषि कानूनों को रद्द करने, नय श्रम कानून, श्रमअधिकारों की गारंटी करने, निजी करण और महंगाई पर रोक लगाने, मजदूरी बढ़ाने और रोजगार के अवसर पैदा करने, कोविड-19 से हुई मौतों का मुआवजा देने,सबके लिए शिक्षा व स्वास्थ्य की गारंटी करने की मांगे, इस समय की मूल लोकतांत्रिक मांगे हैं। ईन परिस्थितियों की मांग के अनुरूप पार्टी के सदस्यों व कमेटियों को पूरी ताकत के साथ खड़ा होना होगा।हमें यह याद रखना होगा की चारू मजूमदार के आखिरी शब्द थे जनता के हित को सर्वोपरि रखो और हर हाल में पार्टी को जिंदा रखो।पार्टी 1970 के दशक के बाद अब तक कई घातक चुनौतियों का मुकाबला करना पड़ा है और उस संकट को झेलते हुए जनता के मोर्चे पर हमेशा संघर्ष के लिए तैयार रही है।

       

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ