बेतिया, 23 मई। आगामी बाढ़ की संभावना के दृष्टिगत बाढ़ पूर्व की जा रही तैयारियों की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि हमे कोरोना संक्रण की रोकथाम के साथ-साथ संभावित बाढ़ से निपटने के लिए सभी तैयारियां ससमय कर लेनी है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निबटा जा सके।
उन्होंने कहा कि तटबंधों पर लगातार नजर बनाए रखना है। जिलाधिकारी ने कहा कि अनुमंडल पदाधिकारियों स्वयं कार्यपालक अभियंताओं के साथ उनके क्षेत्र के सभी तटबंधों का निरीक्षण करेंगे तथा ससमय मरम्मति का कार्य पूर्ण कराने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई करेंगे। आपदा प्रभारी अपने स्तर से इस कार्य का अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस बार तटबंधों की सुरक्षा में होम गार्ड के साथ पुलिस के जवानों को भी लगाया जाना है, ऐसा विभाग से निदेश प्राप्त हुआ है। सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को इस हेतु आवश्यक डाटाबेस तैयार करने का निदेश दिया गया। विकेन्द्रित रूप से फ्लड फाईटिंग सामग्रियों के पहुंचने एवं रख-रखाव कार्य भी सुचित अनुश्रवण किया जाए।
जिलाधिकारी ने कहां कि बाढ़ पूर्व छोटी-से-छोटी तैयारियों को ससमय पूरा करने के लिए एक चेक लिस्ट बनाकर तैयारी करें, ताकि कोई चीज छुट ना जाए। बाढ़ के समय छोटी-छोटी तैयारियों के अभाव के कारण की गम्भीर समस्या उत्पन्न हो जाती है।
उन्होंने कहा कि नाव एवं नाविकों की सूची अभी तैयार कर लें। नाविकों के संपर्क नम्बर का सत्यापन कर लें। नाव का एकरारनामा और निबंधन अभी करा लें। गोताखोर, महाजाल, पॉलीथिन सीट्स, हैलोजन लाइट युक्त वाहन, मोटरबोट, आश्रय स्थल, राहत सामग्री आदि की व्यवस्था अपडेट कर की जाय।
उन्होंने कहा कि सामान्यतः रात के प्रहर में गांव में पानी का प्रवेश अधिकतर देखने को मिला है। इसलिए सभी को 24×07 के तर्ज पर तैयारियां करनी होगी। जहां भी आपदा राहत केन्द्र स्थल का चुनाव किया गया है, वहां सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो इसे सुनिश्चित किया जाए। बाढ़ सामग्रियों की आपूर्ति हेतु अभी ही संबंधित वेंडर/आपूर्तिकर्ता से एकरारनामा करा लें, ताकि जैसे ही आवश्यकता पड़े आपूर्ति की जा सके। आपदा राहत केन्द्रों के लिए बड़े-बड़े फ्लेक्स बनवा कर रख लें, ताकि इसका समय पर उपयोग हो सके। एक वाहन का चुनाव कर लें, जिस पर जेनरेटर एवं तीव्र प्रकाश की व्यवस्था हो। गोताखोर/महाजाल को भी अभी चिन्हित कर लें, उनकी लिस्टिंग कर लें।
उन्होंने कहा कि विगत वर्ष के अनुभव को सदुपयोग करते हुए पानी के प्रवेश के समय के आधार पर तैयारी करना भी लाभप्रद होगा। पर्याप्त माईकिंग की व्यवस्था कर लें ताकि बाढ़ के पानी के प्रवेश के पूर्व लोगों को गांव से निष्क्रमित कराया जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ पूर्व सभी तैयारियां कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए किया जाना है। नाव से डॉक्टर, एएनएम की टीम को भी भेजने की व्यवस्था हो ताकि गर्ववती महिला, बीमार एवं आशक्त व्यक्तियों का समुचित इलाज एवं प्रबंधन सुनिश्चित कराया जा सके। कुछ जगहों पर केवल ट्रैक्टर की आवश्यकता पड़ती है, इसलिए ऐसे वाहनों को भी चिन्हित कर लेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि व्यवहारिक तौर पर बाढ़ आ जाने पर इन सब चीजों की उपलब्धता या तैयारियों कठिन हो जाती हैं। इसलिए प्रो-एक्टिव होकर सभी तैयारियां पूर्व से सुनिश्चित कर लेना आवश्यक होगा।
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