बेतिया मे मुतफर्रिक स्टोर का लोकार्पण

 


बेतिया, 07 मार्च। बेतिया स्थित एजुकेशन इलाका में चर्चित रहे प्रोफेसर  जुबैर अहमद  द्वारा रचित मुतफर्रिक स्टोर का लोकार्पण रविवार को 11 बजे दिन मे आर्दश कॉलोनी में किया गया। छपरा से आए नदीम अहमद ने कहा कि यह पुस्तक एक साथ रचानाधर्मिता की कई कलाओं को छुती हुई महसूस कराती है। इसमें बेतिया का इतिहास, कहानी का हुनर, हास्य व्यंग की छौंक, उपन्यास की झलक एवं शेर व शायरी की समझ परिलक्षित होती है। शाहीद जमाल ने पुस्तक का परिचय प्रस्तुत करते हुए बताया कि अंग्रेजी अदब के लोग जब हिन्दी व उर्दू में आते हैं तो ऐसा ही कमाल होता है। उन्होंने बताया कि उर्दू के इस पुस्तक के संयोजन के समय मैं इसके पात्रों और कहानियों को जीने जैसा महसूस किया है। इसके बहाने से बेतिया के कई गणमान्य व्यक्तित्व से परिचय भी होता है। वहीं लेखक प्रोफेसर जुबैर अहमद ने कहा कि लिखने की ईच्छा उनमें पूर्व से थी, मगर कोरोना काल में जब मिलने व बोलने, बात करनेवालों का भी आकाल पड़ गया तो मैने स्वयं से लिखना शुरु किया। जिसके फलस्वरुप यह पुस्तक आपके हाथों में है। यादों के घरौंदे के रुप में मुतफर्रिक स्टोर का जन्म हुआ है। ‘हमने ही तराशे हैं कोहिनूर मुद्दतों, ये और बात है नजर अंदाज कर गए’। समारोह को शाहीद अहमद हाशिमी, शाहीद अख्तर, अजीज रब्बानी, माजिद साहब, अधिवक्ता जटाशंकर सिंह, कवि सुरेश गुप्त,  पत्रकार डॉ. अमानुल हक, प्रो. जफर इमाम, हसन एकराम, रामबालक यादव, आदि ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर पुरवैया संस्था की ओर से भोजपुरी के कवि गोरख मस्ताना अपने सहयोगियों के साथ प्रोफेसर जुबैर अहमद को चादर भेंट कर सम्मानित किया। समारोह का संचालन प्रोफेसर शमसुल हक ने किया जबकि मुख्य अतिथि जनाब अब्दुल मजिद थे।

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