बेतिया, 18 फरवरी। पश्चिम चंपारण डी एम कुंदन कुमार द्वारा आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिले में क्रियान्वित नल-जल योजना की अद्यतन स्थिति की गहन समीक्षा की गयी। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा नल-जल योजना के क्रियान्वयन में अनियमितता एवं लापरवाही बरतने को लेकर पश्चिम चंपारण जिला स्थित योगापट्टी प्रखंड के पिपरा नौरंगिया, सिसवा भूमिहार, नरकटियागंज के कुकुरा, रखही चम्पापुर, राजपुर तुमकड़िया, गौनाहा प्रखंड के मंझरिया पंचायत के मुखिया के विरुद्ध विभाग को बिहार पंचायती राज अधिनियम, 2006 की धारा 18(5) के तहत पदच्युत करने का प्रस्ताव भेजने का निदेश दिया है।
मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना अन्तर्गत नल-जल योजना अति महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के माध्यम से सभी वर्ग के लोगों को आच्छादित किए जाने का लक्ष्य निर्धारित है। जिला प्रशासन के द्वारा लगातार इस दिशा में बैठकों के माध्यम से प्रगति की समीक्षा की जा रही है। आगामी गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए भी इसकी समीक्षा किया जा रहा ताकि सभी योजनाएं भौतिक रूप से क्रियान्वित हो सके और किसी को भी पानी की समस्या का सामना नहीं करना पड़े।
जिलाधिकारी ने कहा कि उक्त पंचायतों में वरीय पदाधिकारी एवं तकनीकी पदाधिकारी से नल-जल योजना की जांच कराई गई थी तथा जांच के उपरांत गम्भीर अनियमितता जैसे लंबी अवधि से राशि की निकासी के बाद भी योजना लंबित रखना, योजना का अनुश्रवण नहीं करना, त्रुटि निराकरण हेतु पर्याप्त समय देने के बावजूद त्रुटि निराकरण नहीं कराने जैसी अनियमितता प्रतिवेदित की गई। तदलोक में इनसे कारण पृच्छा पूछा गया, किन्तु इनके द्वारा जवाब भी नहीं दिया गया। फलस्वरूप लापरवाही एवं अनियमितता बरतने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है। किसी भी सूरत में अनियमितता बरतने वाले व्यक्तियों को बख्शा नहीं जायेगा।
उन्होंने कहा कि नल-जल योजना सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना है तथा एक-एक लाभुक को गरिमापूर्ण तरीके से आच्छादित करने का लक्ष्य है। इस योजना को समयबद्ध तरीके से गुणवत्तापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु अनुश्रवण करने की जिम्मेवारी संबंधित मुखिया एवं वार्ड एवं क्रियान्वयन समिति की है, जिसमें ये लोग विफल रहे है, जो निष्फल व्यय का द्योतक है तथा योजना की धारा 6.2, 4.5.2, 4.5.2(च) एवम 4.4 का स्पष्ट उल्लंघन है। वहीं संबंधित वार्ड एवं क्रियान्वयन समिति के सदस्यों के विरूद्ध भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। साथ ही संबंधित पंचायत के पंचायत सचिव के विरूद्ध कठोर अनुशासनिक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया है।
विगत दिनों में नौतन, नरकटियागंज, चनपटिया, बगहा-1, गौनाहा और मझौलिया में 1592 योजनाओं की जांच प्रशासनिक पदाधिकारी और तकनीकी पदाधिकारी से कराई गयी और प्रतिवेदन के आलोक में विधि-सम्मत कार्रवाई का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया था। इसकी समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी के द्वारा सभी संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को स्वयं योजनाओं का निरीक्षण कर, निराकरण कराने का निर्देश दिया गया। पर्याप्त समय एवं बारम्बार चेतावनी के बावजूद जिनके द्वारा सुधार नहीं किया जाता है तो उनके विरुद्ध विधि-सम्मत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
जिला पदाधिकारी के द्वारा नल-जल योजनाओं की अभिलेखीकरण की समीक्षा के दौरान कम उपलब्धि वाले प्रखंड यथा बगहा-1, मधुबनी, चनपटिया, नौतन के प्रखंड विकास पदाधिकारी को विशेष अभिरुचि लेकर, कैम्प मोड में प्रगति लाने का निर्देश दिया गया। अन्य प्रखंड विकास पदाधिकारियों को भी शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। सभी को निर्देश दिया गया कि वे अभिलेख के साथ लाभुकों के फोटोग्राफ्स भी संलग्न करने का निर्देश दिया गया।
जिला पदाधिकारी के द्वारा स्पष्ट निर्देश दिया गया कि योजना को गुणवत्तापूर्ण तरीके से सम्पन्न नहीं कराया जाता है तो विधि सम्मत कठोर कार्रवाई सुनिश्चित कर सूचित करें।
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