सिकटा मे करोड़ों की लागत से पुल तो बना मगर जदयू भाजपा सरकार की उदासीनता के कारण नहीं बन सका है - विधायक

 



 सिकटा।  2012 में ही करोड़ों की लागत से पुल तो बना है मगर नीतीश सरकार की उदासीनता के कारण आज तक पहुंच पथ नहीं बन सका है, भाकपा माले विधायक ने पहुंच पथ पर पहुंच कर किसानों के साथ किया संवाद किया, संवाद करने के दौरान

भाकपा-माले सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि सिकटा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतगर्त करताहां नदी पर त्रिमुहान घाट और  सिकरहना नदी पर हमेशडा घाट यानि दोनों घाटों पर बिहार राज्य पुल निर्माण निगम द्वारा 2012 में ही उच्च स्तरीय आरसीसी हाई लेवल  ब्रिज का निर्माण हुआ है, परंतु पुल का पहुंच पथ नहीं बनने के कारण लाखों लोगों की आबादी पुल का उपयोग नहीं कर पा रही है, उन्होंने आगे कहा कि इतनी अधिक राशि के व्यय के उपरांत भी लोगों के आवागमन की सुविधा नहीं मिल सकना अनुचित है,नागरिकों के प्रति अन्याय है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, आगे कहा कि पुल निर्माण में राज नेताओं और ठेकेदारों की लूट तो हुईं हैं, मगर जनता को कुछ नहीं मिला है, आगे कहा कि दोनों घाटों पर विभागीय अभियंताओं द्वारा बताया गया है कि करीब 1.5 किलोमीटर लंबी जमीन निजी होने के कारण पहुंच पथ नहीं बन सका है, यह नीतीश सरकार की असंवेदनशीलता को उजागर कर रहा है कि इतनें समय होने के बाद भी सड़क में पड़ रही जमीन  मालिक को मुआवजा तक नहीं दे सकीं है, किसानों द्वारा माले विधायक को बताया गया कि जिला भूअर्जन कार्यालय द्वारा किसानों से रैयती हक साबित करने के लिए दस किस्म के कागजात की मांग किया जा रहा है, इन कागजातों के लिए किसान वर्षों से भू अभिलेख कार्यलय और अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं,  सरकार की इस लापरवाही को देखते हुए भाकपा माले सिकटा विधायक  वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने जिला पदाधिकारी से मांग करते हुए कहा कि भूअर्जन की प्रक्रिया को सरल किया जाय और एक तिथि निर्धारित कर भूअर्जन स्थल पर ही संबंधित सभी पदाधिकारी व कर्मचारियों को बुला कर किसानों के दावेदारी संबंधित कागजात तैयार कर मुआवजा देने की गारंटी किया जाय, 

वही दुसरी तरफ भाकपा माले विधायक ने बिहार सरकार के प्रधान सचिव ग्रामीण विभाग पटना बिहार सरकार को लिखित आवेदन देकर अनुरोध किया है कि शीघ्र जमीन अधिकृत कर पहुंच पथ बनाने की गारंटी किया जाए, नहीं तो 3 फरवरी को जिला पदाधिकारी के सक्षम धरना देने का घोषणा किया, इस मौके पर कृष्णा पांडे, मुन्ना पांडे, मुन्ना पासवान, मनोज राम, अशोक राम आदि लोगों भी मौजूद थे। 


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