समीक्षा बैठक में संबंधित पदाधिकारी रहे उपस्थित



मुख्य सचिव, बिहार द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की गयी जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना, 2020 की समीक्षा। समीक्षा बैठक में राज्य के सभी जिलाधिकारी एवं संबंधित पदाधिकारी रहे उपस्थित। मुख्य सचिव सहित सभी जिलाधिकारियों ने पश्चिम चम्पारण जिले द्वारा जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना के तहत किये गये कार्यों की सराहना की गयी। जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण द्वारा नवप्रवर्तन स्र्टाटअप जोन, चनपटिया एवं बेतिया माॅडल को प्रारंभ कराने की दिशा में किये गये कार्यों का सिलसिलेवार ढंग से उत्कृष्ट प्रस्तुतीकरण दिया गया।

बेतिया। माननीय मुख्यमंत्री, बिहार, श्री नीतीश कुमार द्वारा दिनांक-31.12.2020 को पश्चिम चम्पारण जिलान्तर्गत चनपटिया प्रखंड में जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना 2020 के तहत स्थापित इकाईयों का अवलोकन किया गया। अवलोकन के क्रम में माननीय मुख्यमंत्री द्वारा जिला प्रशासन द्वारा स्टार्टअप जोन को विकसित करने हेतु किये गये कार्यों की काफी प्रशंसा की गयी थी। इसी क्रम में माननीय मुख्यमंत्री द्वारा पश्चिम चम्पारण के माॅडल को राज्य के अन्य जिलों में भी विकसित करने का निदेश दिया गया था। उक्त के आलोक में आज दिनांक-8.01.2021 को मुख्य सचिव, बिहार की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना की जिलावार समीक्षा की गयी। समीक्षा के क्रम में राज्य के सभी जिले के जिलाधिकारियों द्वारा बारी-बारी से जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना एवं पी.एस.यू. आधारित कलस्टर योजना अंतर्गत प्रस्तुतीकरण दिया गया। जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, श्री कुंदन कुमार द्वारा पश्चिम चम्पारण जिले में नवप्रवर्तन स्टार्टअप जोन एवं बेतिया माॅडल को प्रारंभ करने की दिशा में किये गये कार्यों का सिलसिलेवार ढंग से उत्कृष्ट प्रस्तुतीकरण दिया गया। प्रस्तुतीकरण के पश्चात मुख्य सचिव, बिहार तथा राज्य के अन्य जिलाधिकारियों द्वारा पश्चिम चम्पारण जिले के कार्यों की सराहना की गयी। जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण ने अपने प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि कोविड-19 के मद्देनजर लाॅकडाउन के दौरान जिले में वापस आये कामगारों/श्रमिकों को क्वारंटाइन सेंटर में ही स्किल मैपिंग करायी गयी। इसी बीच उद्योग, बिहार, बिहार सरकार द्वारा राज्य में नियोजन के अवसरों को समन्वय करने हेतु अधिसूचना के माध्यम से जिलास्तरीय परामर्शदात्री समिति का गठन किया गया। साथ ही जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र को इसका कार्यस्थल निर्धारित किया गया। इसके उपरांत जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना की स्वीकृति संसूचित करते हुए जिले में वापस लौटे कामगारों/श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के प्रावधान किए गए एवं युद्धस्तर पर सभी को काम मुहैया कराने हेतु अभियान चलाने का निदेश दिया गया। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में राज्य सरकार द्वारा बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति, 2016 में संशोधन करते हुए नीति के दायरे में वृद्धि में किया गया। इस योजना के अधन सूक्ष्म इकाईयों को स्थापित कराने तथा लघु कार्य जैसे सिलाई केन्द्र की स्थापना, पेवर ब्लाॅक उपकरण, हस्तकरघा बुनाई केन्द्र, बढ़ईगिरी आदि कार्य को सम्मिलित करते हुए इकाईयों की स्थापना के समय उनके फारवर्ड/बैकवार्ड लिंकेज को भी सुनिश्चित कराए जाने की जिम्मेदारी दी गयी। जिला प्रशासन लगातार बाहर से आए कामगारों/श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार मुहैया कराने हेतु प्रयासरत रहा है। राज्य सरकार सहित जिला प्रशासन के स्तर से चलाए जा रहे इस मुहिम को देखते हुए टेक्सटाईल क्षेत्र के अन्य राज्यों के उद्यमी, अपना उद्यम इस जिले में खोलने हेतु इच्छुक हुए। विभिन्न निवेशकों एवं उद्यमियों द्वारा जिला प्रशासन से सम्पर्क किया गया तथा उत्साहपूर्वक पश्चिम चम्पारण जिले में उद्यम स्थापित करने की इच्छा जतायी। इसी के मद्देनजर जिला परामर्शदात्री समिति के समन्वय से पहली बार बैठक बुलायी गयी। इस बैठक में लुधियाना, सूरत, गांधीनगर, नोएडा, दिल्ली, अमृतसर से टेक्स्टाईल क्षेत्र से आए 30 से अधिक उद्यमियों एवं निवेशकों सहित फूटवियर निर्माण क्षेत्र से सम्बद्ध, जैकेट एवं बैग निर्माण से सम्बद्ध व्यक्ति भी उपस्थित रहे। विचार-विमर्श के दौरान सभी के द्वारा उत्साहपूर्वक पश्चिम चम्पारण जिले को टेक्स्टाईल हब के रूप में विकसित करने की बात कही गयी। साथ ही उनके द्वारा यह भी बताया गया कि टेक्स्टाईल क्षेत्र के अंतर्गत साड़ी, लहंगा, कुर्ती के अलावे मोजा से लेकर टोपी तक का उत्पादन किया जायेगा। इससे ना केवल जिले के आर्थिक विकास को बल मिलेगा, बल्कि कोरोना काल में लौटे कामगारों/श्रमिकों को भी रोजगार प्राप्त हो सकेगा।बैठकों का यह सिलसिला लगातार चलता रहा तथा अन्य व्यक्ति भी इससे जुड़ते गये। इसी दौरान इन्ही उद्यमियों में से टेक्स्टाईल एंड एपरिल मैन्यूफैक्चरिंग, फूटवेयर मैन्यूफैक्चरिंग, पेवर ब्लाॅक मैन्यूफैक्चरिंग, सैनिटरी पैड मैन्यूफैक्चरिंग, क्रिकेट बैट मैन्यूफैक्चरिंग आदि क्षेत्र के वैसे व्यक्ति जो अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ थे, की उद्यमी मित्र मंडली का निर्माण किया गया ताकि उनके क्वारंटीन केन्द्र से प्रस्थान के उपरांत उनसे सम्पर्क स्थापित किया सके। वहीं कामगारों का निबंधन के बाद उन्हें ऋण दिलाने, काम के लिए स्थल, भवन, मार्केंटिंग आदि की व्यवस्था के लिए कार्ययोजना तैयार करने हेतु जिलास्तरीय पदाधिकारी को एसपीओसी बनाया गया है। इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन, जिलास्तरीय परामर्शदात्री समिति के माध्यम से इस पूरे कार्य का अनुश्रवण एवं समन्वय सुनिश्चित कर रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा उद्यमियों का उद्यम रजिस्टेªशन, जी.एस.टी. निबंधन आदि का कार्य भी कराया जा चुका है। चनपटिया स्टार्टअप जोन में निर्बाध विद्युत आपूर्ति हेतु व्यवस्था की गयी। साथ ही अन्य आधारभूत संरचनाओं के निर्माण में जिला प्रशासन द्वारा सहयोग किया गया। वर्तमान में चनपटिया स्टार्टअप जोन के तहत अपरील एंड गारमेंट्स के 11 इकाई प्रारंभ हो चुके हैं। इसके अतरिक्त 39 अन्य उद्यमियों के लिए भी शेड आवंटित हो चुका है, जिनके द्वारा इकाई स्थापना की कार्रवाई तीव्र गति से की जा रही है। स्थापित इकाई के प्रचार-प्रसार हेतु प्रशासनिक स्तर पर इनकी ब्रांडिंग करायी गयी है, जिसमें शर्ट का पैकिंग बाॅक्स निर्माण, टैग का निर्माण, बटन का निर्माण आदि कार्य कराया गया है। इसके अतिरिक्त उद्यमियों द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से बाहरी राज्य/देश/विदेश में निर्यात के प्रयास किए गए। इसके फलस्वरूप 20000 टैªक सूट का निर्यात लेह-लद्दा,ा को, 5000 साड़ी एवं 200 लहंगा की बिक्री स्थानीय मार्केंट में, 50000 पायजामा की बिक्री स्थानीय मार्केट में, 20000 लेगइंस की बिक्री स्थानीय मार्केट एवं अन्य जिला में, 10000 पीस जिंस की बिक्री स्थानीय मार्केट में तथा 180000 दुपट्टा की बिक्री की गयी है। इसके अतिरिक्त एमेजन प्लेटफाॅर्म पर भी लगभग 4000 दुपट्टा की बिक्री हो चुकी है। उद्यमियों द्वारा लगभग 7-8 हजार स्वेटर एवं जैकेट की भी बिक्री की गयी है। यहां उल्लेखनीय है कि माननीय मुख्यमंत्री जी के भ्रमण कार्यक्रम के अवसर पर स्टार्टअप जोन चनपटिया में अधिष्ठापित कराये गये विभिन्न स्टाॅलों से स्थानीय लोगों द्वारा सात लाख से ज्यादा रूपये की खरीदारी की गयी। बाहर के कई व्यापारियों द्वारा उद्यमियों को यहां तक कहा गया है कि आपका जितना उत्पादन होगा वह उनके द्वारा खरीद लिया जायेगा। अब उद्यमी अपने उद्योग को विस्तारित करने की प्रक्रिया में जुटे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्ट्स का उत्पादन किया जा सके। जिलाधिकारी ने बताया कि इस कार्य में लगे सभी संबंधित अधिकारी पूरी संजीदगी एवं तत्परतापूर्वक अपने-अपने दायित्वों एवं कर्तव्यों का निवर्हन कर पश्चिम चम्पारण जिले के विकास को गति देने में अपनी सराहनीय भूमिका निभायी है। सभी एक टीम बनकर अथक प्रयास किये, जिसका परिणाम आज सभी के सामने है।

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